Patna : जीतन राम मांझी की पार्टी हम के राष्ट्रीय प्रधान सचिव सह प्रवक्ता दानिश रिजवान मुश्किलों में फंसते नजर आ रहे हैं. दरअसल झारखंड की रहने वाली एक अनुसूचित जनजाति की महिला द्वारा सचिवालय थाना में हिंदुस्तानी आवामी मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव दानिश रिजवान पर दुष्कर्म का आरोप लगाया गया है. झारखण्ड की रहने वाली इस महिला को एक दस साल का पुत्र भी है. महिला का आरोप है कि यह पुत्र भी दानिश रिजवान का है. महिला ने पटना पुलिस के अधिकारियों से गुहार लगाई है कि उसके बेटे का डीएनए टेस्ट कराया जाए क्योंकि वह दानिश रिजवान का ही बेटा है.
महिला की गुहार के बाद पटना पुलिस ने फैसला लिया है कि महिला के बेटे का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा. सचिवालय एएसपी काम्या मिश्रा ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है. आरोपी बनाये गये दानिश रिजवान ने कहा कि उन्हें इस मामले के संबंध में कोई जानकारी नहीं है. वो हर तरह की जांच के लिए तैयार हैं. प्राथमिकी में लिखे आरोपों के अनुसार, महिला साल 2011 में किसी काम से पटना आई थी, जहां उसकी मुलाकात दानिश रिजवान से हुई थी. दानिश रिजवान उस वक्त एक टीवी चैनल में कार्यरत थे.
पटना में महिला अपना काम खत्म कर रांची जाने के लिए स्टेशन पहुंची तब वहां कुछ असामाजिक तत्व उसे परेशान करने लगे. उस वक्त रांची के लिए कोई ट्रेन भी नहीं थी, जिसके बाद महिला पटना जंक्शन के बाहर आ गई, जहां दानिश रिजवान से उनकी मुलाकात हुई. दानिश इसके बाद महिला को अपने साथ सचिवालय के आस पास एक फ्लैट में लेकर चले गये. दानिश रिजवान ने यहां दो प्लेट खाना मंगवाया. जब महिला ने खाना खाया तब उसे चक्कर आने लगा, इसके बाद दानिश ने उसके साथ दुष्कर्म किया.
महिला का दावा है कि घटना के समय वह पूरी तरह बेहोश नहीं थी. उसने हाथ-पैर भी झटका, लेकिन शरीर में शक्ति नहीं थी, इसका फायदा उठाकर दानिश ने उसके साथ गलत काम किया. महिला की मानें तो पटना में उसका किसी से ज्यादा संपर्क नहीं था, यही कारण था कि घटना की अगली सुबह वह रांची के लिए रवाना हो गई. इसके बाद वह रांची में एसएसपी से भी मिली थी. वहां पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. जेल जाने के एक महीने बाद उसे मालूम हुआ कि वह गर्भवती है. उसने बच्चे को जन्म दिया,
महिला का दावा है कि यह बच्चा दानिश रिजवान से हुआ. मामला अनुसूचित जाति की महिला से जुड़ा होने की वजह से पुलिस गहनता से छानबीन में जुट गई है. पटना पुलिस प्रशासन के अधिकारियों की मानें तो डीएनए जांच कराने के लिए दानिश रिजवान को पुलिस नोटिस भेजेगी. वो जांच कराने के लिए तैयार हुए तो हकीकत सामने आ जायेगी लेकिन अगर वो जांच के लिए तैयार नहीं होते हैं तब महिला के बयान को सत्य मानकर आगे की कार्रवाई की जाएगी.