Tuesday, March 12
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स्पेशल स्टोरी

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7 लाख की नौकरी छोड़ शुरू किया ‘द इंजीनियर रेस्टोरेंट’, इस वजह से मात्र 2 महीने में हो गया फेमस

7 लाख की नौकरी छोड़ शुरू किया ‘द इंजीनियर रेस्टोरेंट’, इस वजह से मात्र 2 महीने में हो गया फेमस

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आजकल डिग्री ने नाम पर टी स्टॉल और रेस्टोरेंट खोलने का चलन तेजी से बढ़ रहा है. जैंसे बीटेक रैस्टोरेंट, एमबीए चाय, ग्रेजुएट चाय आदि. लेकिन इनदिनों गया में द इंजीनियर रेस्टोरेंट एवं ढाबा लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. गया के नक्सल प्रभावित इमामगंज बस स्टैंड के ठीक सामने इस रेस्टोरेंट की शुरुआत की गई है. जहां पड़ोसी राज्य झारखंड के लोग खाने का लुत्फ उठाने आते हैं. 7 लाख की नौकरी छोड़ शुरू किया रेस्टोरेंट द इंजीनियर रेस्टोरेंट खोलने के पीछे भी इंजीनियर अंकित सिंह का है. अंकित महाराष्ट्र से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की और झारखंड में करीब 7 लाख के पैकेज पर नौकरी भी की. लेकिन नौकरी में मन नहीं लगा. इसलिए गांव लौटकर इमामगंज में ‘द इंजीनियर रेस्टोरेंट’ की शुरुआत की. बिहार- झारखंड की सीमा के पास होने के कारण झारखंड के लोग भी बड़ी संख्या में इस रेस्टोरेंट में खाने का लुत्फ उठाने आते ...
पिता को पुलिस वाले ने जड़ा थप्पड़, जज बनकर बेटे ने लिया ‘बदला’,

पिता को पुलिस वाले ने जड़ा थप्पड़, जज बनकर बेटे ने लिया ‘बदला’,

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बेटे के सामने एक पुलिस वाले ने पिता को थप्पड़ जड़ दिया. यह बात बेटे को दिल पर लगी और आज उसी लड़के ने जज बनकर इसका बदला ले लिया है. यह बात आपको फिल्मी लगेगी लेकिन सच्चाई यही है. कहते हैं न कि अगर कोई बात दिल से लग जाए तो इंसान कुछ भी कर गुजर जाता है. कुछ ऐसा ही कर दिखाया है बिहार के सहरसा के लाल कमलेश कुमार उर्फ कमल यादव ने जिसकी खूब चर्चा हो रही है. गांव के लोग भी खुश हैं और जश्न का माहौल है. मूल रूप से सहरसा जिले के नवहट्टा प्रखंड की सत्तोर पंचायत के बरुवाही वार्ड नं 12 के रहने वाले कमलेश यादव ने दिल्ली में रहकर लॉ की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद न्यायिक सेवा में 64वीं रैंक लाकर जज बनने में सफलता मिली है. इसके पीछे उनके पिता चंद्रशेखर यादव का बहुत बड़ा योगदान है. इसके पीछे की कहानी भी दिल को छूने वाली है. कमलेश के पिता दिल्ली में झुग्गी झोपड़ी में रहते हुए छोले भटूरे की दुकान चलाते थे. इसी...
KBC की हॉट सीट पर पहुंची पूर्णिया की अंजलि, बिग बी के सवालों का जवाब देकर जीते 50 लाख 

KBC की हॉट सीट पर पहुंची पूर्णिया की अंजलि, बिग बी के सवालों का जवाब देकर जीते 50 लाख 

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केबीसी यानी कौन बनेगा करोड़पति में पहुंचना करोड़ों लोगों का सपना होता है. पूर्णिया की अंजली झा ने अपने ही एक ऐसे सपने को पूरा किया है. अंजलि ने ना सिर्फ केबीसी की हॉट सीट पर पहुंची बल्कि बुधवार को टेलीकास्ट हुये केबीसी के शो मे 50 लाख रुपए जीतकर पूर्णिया और बिहार का नाम रोशन किया. अंजलि का पैतृक घर जानकीनगर के शिलानाथ रुपौली गांव है. उनके माता-पिता और भाई सिपाही टोला में रहते हैं, जबकि उनका ससुराल बड़हरा थाना के बिठैली गांव में है. उनके ससुर रविंद्र कुमार झा सहरसा के बनगांव कॉलेज में प्रोफेसर हैं. अंजलि ने कहा कि बचपन से उनका सपना था कि वह केबीसी में जाएं और हॉट सीट पर बैठें. बिग बी सदी के महानायक सुपरस्टार अमिताभ बच्चन के साथ हॉट सीट पर बैठकर खेलना जिंदगी का सबसे बड़ा अचीवमेंट है. उन्होंने कहा कि जो भी केबीसी में जाने की इच्छा रखते हैं वह लगातार प्रयास करते रहें, कभी ना कभी सफलता जरूर...
पुजारी के बेटे ने किया कमाल, पाई केंद्र सरकार की बड़ी नौकरी, बनना चाहते हैं IAS

पुजारी के बेटे ने किया कमाल, पाई केंद्र सरकार की बड़ी नौकरी, बनना चाहते हैं IAS

स्पेशल स्टोरी
5 साल की कड़ी मेहनत…12 से 14 घंटे की पढ़ाई, सिर्फ पर्व पर ही घर आना…यह कहानी है रौशन की, जिनका चयन कैग में ऑडिटर के पद पर हुआ है. स्टाफ सेलेक्शन कमीशन(SSC) ने कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल परीक्षा 2020 का फाइनल रिजल्ट मंगलवार को जारी कर दिया है. गया के आमस प्रखंड क्षेत्र के मंझौलिया गांव के रहने वाले रौशन कुमार मिश्रा ने इस परीक्षा में बाजी मारी है. रिजल्ट आने की सूचना पर पूरे गांव में खुशी का माहौल है. आसपास के लोग रौशन के घर पहुंच कर मिठाई खिला रहे हैं और उसे बधाइयां दे रहे हैं. रिजल्ट के माध्यम से कुल 7,108 को चयनित किया गया है. जो केंद्र सरकार के 45 अलग-अलग कार्यालयों में तैनात किए जाएंगे कॉलेज के बाद सरकारी नौकरी की तैयारी शुरू कीमध्यम परिवार में जन्मे 25 वर्षीय रौशन ने माध्यमिक शिक्षा आमस हाई स्कूल से, इंटरमीडिएट की पढ़ाई की. गया कॉलेज से पढ़ाई की. स्नातक की पढ़ाई शेरघाटी के...
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कोई व्यक्ति यह दावा नहीं कर सकता कि उसे चुनाव लड़ने का अधिकार है।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कोई व्यक्ति यह दावा नहीं कर सकता कि उसे चुनाव लड़ने का अधिकार है।

स्पेशल स्टोरी
सुप्रीम कोर्ट ने साफ साफ मना कर दिया कि कोई भी व्यक्ति यह नही कर सकता कि उसे चुनाव लड़ने का मौलिक अधिकार है अगर कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो उसको एक लाख तक जुर्माना और 2 साल तक की जेल हो सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के मुद्दे से संबंधित एक याचिका को खारिज करते हुए कहा है कि चुनाव लड़ने का अधिकार न तो मौलिक और न ही 'कॉमन लॉ' अधिकार है। 'कॉमन लॉ' अधिकार व्यक्तिगत अधिकार हैं, जो न्यायाधीश की ओर से बनाए गए कानून से आते हैं, न कि औपचारिक रूप से विधायिका की ओर से पारित कानून होते हैं। इसके साथ ही न्यायालय ने याचिकाकर्ता पर एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया।  दिल्ली HC के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई न्यायालय ने कहा कि कोई व्यक्ति यह दावा नहीं कर सकता कि उसे चुनाव लड़ने का अधिकार है। उसने कहा कि जनप्रतिनिधित्व कानून, 1950 (चुनाव ...
पंचर बनाने वाले का बेटा बनेगा बीडीओ ऑफिसर, बीपीएससी 66वीं में आई 80वीं रैंक

पंचर बनाने वाले का बेटा बनेगा बीडीओ ऑफिसर, बीपीएससी 66वीं में आई 80वीं रैंक

बिहार, स्पेशल स्टोरी
कहते हैं कि लक्ष्य को पाने की ठान ली जाए तो रास्ते में आने वाली सारी बाधाएं दूर हो जाती है। कुछ इसी तरह का कारनामा कर दिखाया है सिकंदरा जमुई रोड स्थित पेट्रोल पंप के समीप रहने वाले मोहम्मद शमीम खान के पुत्र मोहम्मद हदीद खान उर्फ गुलाब ने हदीद 2020 में 66 वीं बीपीएससी में 80वां रैंक लाकर प्रखंड विकास पदाधिकारी का पद हासिल कर लिया। हदीद के पिता मूल रूप से सिकंदरा प्रखंड के पोहे के रहने वाले हैं। लेकिन रोजी रोटी के लिए लगभग 40 साल पहले वह सिकंदरा में ही अपना आशियाना बनाकर रहने लगे।  वहीं हदीद ने भी पढ़ाई सिकंदरा फेयरी लैंड पब्लिक स्कूल मिडिल स्कूल एवं हाई स्कूल से पूरा किया। बता दें कि हदीद के पिता सिकंदरा जमुई रोड पेट्रोल पंप के समीप छोटी सी पंचर की दुकान चलाते हैं वही उनकी मां अमीना खातून घर के कामकाज को संभालती है। गरीबी की परवाह किए बगैर लक्ष्य को ही अपना सबकुछ मान लिया बचपन से ह...
बिजली मिस्त्री का बेटा बना DSP, BPSC में अपना लोहा मनवाया… गांव में जश्न का माहौल

बिजली मिस्त्री का बेटा बना DSP, BPSC में अपना लोहा मनवाया… गांव में जश्न का माहौल

बिहार, स्पेशल स्टोरी
बिहार लोक सेवा आयोग की 66वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा का परिणाम बुधवार देर रात को जारी हुआ. इस बार छोटे शहरों के कई गुदड़ी के लाल ने अपनी प्रतिभा का परचम लहराया है. सफल होने वालों में कोई किसान का बेटा तो कोई डाककर्मी का. किसी के अभिभावक पंचर बनाने का काम करते हैं तो कोई आंगनबाड़ी सेविका का सपूत है. इसी क्रम में एक है जहानाबाद जिले के गंगापुर गांव के निवासी बिजली मिस्त्री राजदेव चंद्रवंशी का बेटा सुनील सक्सेना. बीपीएससी 66वीं के रिजल्ट में सुनील ने 27वां स्थान प्राप्त किया है. सुनील सक्सेना की सफलता के बाद से ही गांव में जश्न का माहौल है. मिठाइयां खिलाई जा रही हैं. दरअसल, यह खुशी मौका खास है क्योंकि यह अवसर लंबे इंतजार के बाद आया है. जहानाबाद जिले के कड़ौना ओपी, गंगापुर गांव के रहने वाले सुनील बताते हैं कि इसके पहले तीन बार बार कोशिश की थी, लेकिन थोड़ी सी चूक से सफलता हाथ आने से रह ...
 किसान का बेटा बना डीएसपी, हासिल किया दूसरा स्थान

 किसान का बेटा बना डीएसपी, हासिल किया दूसरा स्थान

बिहार, स्पेशल स्टोरी
66 वीं बीपीएससी में नालंदा के एक किसान के बेटे अंकित कुमार ने दूसरा स्थान हासिल किया है. अंकित ने प्रभात खबर को बताया कि उनके पिता मध्यम दर्जे के किसान है और आज भी पूरी तरह खेती पर निर्भर हैं. उनकी आरंभिक शिक्षा दीक्षा गांव के स्कूल में ही हुई. आगे छठवीं क्लास से उन्हें पढ़ने के लिए बेंगलुरू के मिलिट्री स्कूल में भेज दिया गया. वहां के बाद आइआइटी गुवाहाटी से उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और 2016 में बीटेक करने के बाद से बीपीएससी की तैयारी में जुट गया. यह उनका तीसरा चांस था. मित्रों ने भी की थी मदद  पिछले प्रयास में तो वह मुख्य परीक्षा में सफल नहीं हो पाये थे, लेकिन इसमें सब कुछ उनके मनमाफिक रहा और वे परीक्षा में दूसरा स्थान प्राप्त करने में सफल रहे. बिहार पुलिस सेवा उनका पहला च्वाइस था और वे डीएसपी पद के लिए चयनित हो गये हैं. अपनी सफलता का पूरा श्...
तरकारी बेचने वाले की दो बेटियां एक साथ बनी बिहार पुलिस में दारोगा, नवादा में 2 बहनों ने किया कमाल

तरकारी बेचने वाले की दो बेटियां एक साथ बनी बिहार पुलिस में दारोगा, नवादा में 2 बहनों ने किया कमाल

स्पेशल स्टोरी
बिहार पुलिस ने दारोगा का रिजल्ट जारी कर दिया है। बताया जाता है​ कि नवादा की दो सगी बहनों ने भी इस परीक्षा में एक साथ इक्जाम पास कर माता—पिता का नाम रोशन किया है। सबसे बड़ी बात यह है कि इनके पिता बहुत ही गरीब और साधारण परिवार से आते है। पिता आलू बेचने का काम करते हैं। नवादा के पकरीबरावां की दो सगी बहनें बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग कि परीक्षा में सफलता हासिल कर प्रखंड ही नहीं बल्कि जिले के भी नाम को रौशन किया है। पकरीबरावां की यह बेटी बहुत ही गरीब परिवार में पली-बढ़ी प्रखंड मुख्यायलय अवस्थित गंगा साव की पौत्रि तथा मदन साव व रेखा देवी की पुत्री प्रिया और पूजा है। इन दोनों सगी बहनों ने दिनरात मेहनत कर दारोगा की परीक्षा में सफलता पाकर अपने माता-पिता के साथ -साथ प्रखंड व जिले के भी नाम को रौशन किया है। बता दें कि पिता फुटपाथ पर आलू-प्याज बेच कर दो बेटी को इस लायक बना दिया की लोगों के लिए यह...
जानिए कब और किसे नहीं पहनना चाहिए रुद्राक्ष…

जानिए कब और किसे नहीं पहनना चाहिए रुद्राक्ष…

स्पेशल स्टोरी
Desk: हिंदू धर्म के अनुसार रुद्राक्ष को बहुत ही महत्व दिया जाता है . अक्सर ऐसा माना जाता है कि रुद्राक्ष पहनने से कोई भी परेशानी सामने नहीं आती है. साथ ही कुछ लोगों की ऐसी भी धारणा है कि रुद्राक्ष पहनने से भूत पिचास तथा बहुत सारी बीमारियां शरीर से दूर रहती हैं. लेकिन आपको बता दें कि  रुद्राक्ष का सही तरीके से उपयोग ना करना भी अपने आप से बहुत खतरनाक साबित हो सकता है. तो चलिए इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताते हैं कि रुद्राक्ष का उपयोग कब और कैसे करना चाहिए. मदिरा का सेवन करते समय ना पहने रुद्राक्षअगर आप मदिरा का सेवन करते हैं या तामसिक भोजन का इस्तेमाल करते हैं और उन्हें छोड़ नहीं सकते तो फिर आपको रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए. लेकिन फिर भी आप अगर धारण करना चाहते हैं तो पहले खुद को शराब और तामसिक भोजन का त्याग करने के लिए तैयार करें. अन्यथा आपको इससे कोई फायदा नहीं होगा सोते स...