बिहार विधानसभा चुनाव के बीच मुंगेर में मूर्ति विसर्जन के समय हुई पुलिस फायरिंग के बाद से बिहार में राजनीति गर्म है। चिराग पासवान, तेजस्वी यादव से लेकर कांग्रेस के नेता तक नीतीश सरकार पर हमलावर हो रहे हैं और मुंगेर की एसपी लिपि सिंह पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इस बीच जदयू का बयान सामने आया है। जदयू नेता अजय आलोक ने कहा कि मुंगेर की घटना दुखदायी है लेकिन एक बात तय है कि जो लोग भी ज़िम्मेदार हैं, चाहे वो बड़े अफसर ही क्यों न हों, किसी को नहीं छोड़ा जाएगा। उनकी जवाबदेही तय होगी। जांच के लिए टीम मुंगेर रवाना हो गई है। अजय अलोक ने कहा कि इंतज़ार कीजिए, दूध का दूध और पानी का पानी होगा। इस मामले में राजनीतिक रोटी सेंकने वालों को ख़ुश नहीं होना चाहिए।
बता दे कि मुंगेर में कोतवाली थाना क्षेत्र के पंडित दीन दयाल चौक के पास पुलिस द्वारा प्रतिमा विसर्जन समिति के लोगों के साथ बरबर्ता पूर्वक पेस आने के कारण पुलिस और प्रतिमा विसर्जन समिति के लोगों में नोक झोंक हो गयी।बता दे कि बात इतना बढ़ गया कि आक्रोषित लोगों ने पुलिस पर पत्थराव कर दिया।जिसमें पुलिस के एक पदाधिकारी सहित कई जवानों के घायल होने कि खबर है।इस मामले प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो सभी प्रतिमा विसर्जन के लिए लाइन में लगी हुई बड़ी देवी की प्रतिमा विसर्जन का इन्तेजार कर रहे थे।तभी कुछ पुलिस पदाधिकार पंडित दीन दयाल चौक के पास अपनी पारी का इन्तेजार कर रहे एक प्रतिमा विसर्जन समिति के लोगो पर प्रतिमा विसर्जन को लेकर दवाब डालने लगे।जिससे प्रतिमा विसर्जन समिति के लोगों और पुलिस के बीच नोक झोंक हो गई जिस पर उस पुलिस पदाधिकारी ने अपने वरीय अधिकारी के निर्देश पर लोगों को बिना अंतिम चेतावनी दिए बगैर लोगों पर गोली चला दी। जिससे मौके पर ही बेकापुर लोहापट्टी निवासी अनुराग कुमार कि मौके पर ही मौत हो गई।
ये भी पढ़े :दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस का खौफनाक चेहरा आया सामने, 4 लोगों की मौत, कई घायल
Support Free Journalism:-https://dtw24news.in/dtw-24-news-ka-hissa-bane-or-support-kare-free-journalism