Saturday, July 27
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मछली कारोबारी की हत्या मामले में समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह के खिलाफ FIR दर्ज

गोपालगंज में हथुआ के रूपनचक के निकट चाय दुकान के समीप मछली कारोबारी जय बहादुर सिंह की हत्या मामला हाई प्रोफाइल प्रतीत हो रहा है। जय बहादुर सिंह के पोते धीरंजन सिंह ने प्रदेश सरकार के समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह सहित छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। नीतीश के मंत्री के साथ-साथ 5 अन्य लोगों के विरुद्ध भी प्राथमिकी दर्ज की गई है। छह में से दो को शनिवार की दोपहर पुलिस ने हिरासत में लिया है। पूछताछ किसी विशेष स्थान पर चल रही है। खास बात यह है कि हत्या की घटना को गोपालगंज पुलिस नहीं छिपा सकी लेकिन एफआईआर से संबंधित अहम जानकारी करीब 24 घंटे तक दबाए रखी।

सूत्रों का कहना है कि मृतक के पोते ने शनिवार की देर शाम ही पुलिस को आवेदन दे दिया था। लोगों का कहना है कि मामला मंत्री से जुड़ा था इसलिए पुलिस सतर्कता बरत रही थी। घटना के दिन जय बहादुर सिंह अपने भतीजे के साथ जैसे ही सब्या मोड़ पर बाइक से उतर कर होटल की ओर बढ़े थे कि बाइक पर सवार दो अपराधियों ने उनके ऊपर अंधाधुंध फायरिंग कर उनकी हत्या कर दी। उन्हें कुल चार गोलियां लगी थीं।

समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह पर FIR 

इस घटना के संबंध में मृतक व्यवसायी जय बहादुर सिंह के पोते धर्मेन्द्र सिंह ने थाने में एक आवेदन दिया है, जिसमें हथुआ थाने के यादो पिपरा के अरुण सिंह, रुपनचक के दुर्गेश नंदन सिंह, श्रीकांत सिंह और एक अज्ञात पर गोली मार कर हत्या करने का आरोप लगाया गया है। जबकि सूबे के समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह पर विधान सभा चुनाव में वोट नहीं देने पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है।

उधर हथुआ एसडीपीओ नरेश कुमार ने बताया कि पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है। इस मामले में थानाध्यक्ष शशिरंजन ने बताया कि मामले में एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है। वहीं आरोपित मंत्री ने हत्या की साजिश के आरोप को निराधार व मनगढ़ंत बताते हुए मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने बताया कि राजनीतिक साजिश के तहत उन्हें बदनाम किया जा रहा है।

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