पटना :- राज्यसभा सीट पर आज भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बतौर एनडीए प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल किया। उनके नामांकन के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद डॉ. संजय जायसवाल, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद व रेणु देवी सहित सरकार के अन्य मंत्री मौजूद रहे। इन नेताओं सहित मोदी के नामांकन में बड़ी संख्या में विधायक और विधान पार्षद भी शामिल हुए।
बिहार कोटे से राज्यसभा की सीट लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रहे राम विलास पासवान के निधन से खाली हुई है। बता दें कि 2019 में लोकसभा चुनाव के बाद पासवान राज्यसभा के लिए बिहार से भेजे गए थे। नरेंद्र मोदी-2 सरकार में पासवान को खाद्य आपूर्ति मंत्री की जिम्मेदारी मिली थी। ऐसे में चर्चा है कि सुशील मोदी भी केंद्रीय खाद्य आपूर्ति मंत्री बनाए जा सकते हैं।
साथ काम करना चाहते थे नीतीश
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि सुशील मोदी ने बिहार को लेकर बहुत सेवा की है. हमलोगों के साथ बहुत दिनों तक काम किया है. लोकसभा का सदस्य रह चुके हैं. यह तो चारों सदनों के सदस्य रह चुके हैं. आगे पार्टी के निर्देश पर बिहार और देश की सेवा करेंगे. इनको और काम करने का मौका मिलेगा. यही उम्मीद हैं.सुशील का साथ छुटने पर नीतीश कुमार ने कहा कि हमलोगों ने एक साथ काम किया था, हमलोगों की इच्छा सब जगजाहिर है, लेकिन हर पार्टी का फैसला होता है. इनको वहां पर पार्टी से जाना चाह रही है तो यह खुशी की बात है. एनडीए के चारों दलों ने उनका समर्थन किया है. केंद्र सरकार का लाभ हमेशा से बिहार को मिलता रहा है.
दूसरी ओर सुशील मोदी के खिलाफ महागठबंधन की ओर से उम्मीदवार उतारे जाने का फैसला अब तक नहीं हो पाया है। लिहाजा सबकी नजर दो दिन बचे नामांकन पर टिकी है। महागठबंधन में सबकी नजर बड़े दल राजद की ओर है, पर राजद की मंशा एक सीट पर होने वाले चुनाव में शामिल नहीं होने की है। लिहाजा सबकी नजर दो दिन बचे नामांकन पर टिकी है। सुशील मोदी के अलावा यदि किसी और दल के उम्मीदवार या निर्दलीय का नामांकन नहीं हुआ तो सात दिसंबर को नाम वापसी के दिन चुनाव आयोग एकमात्र उम्मीदवार के नाते जीत का प्रमाणपत्र जारी कर देगा।
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