Thursday, May 16
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ईवीएम वोटों से अटका रिजल्ट, डब्बे में रखे पर्चा से हुआ हार-जीत का फैसला

इस बार निकाय का चुनाव बैलट पेपर से नहीं, ईवीएम से कराया गया था. मुजफ्फरपुर में आज हुए मतगणना में एक ऐसा भी मामला आया जबकि ईवीएम में बंद वोटों से प्रत्याशी की हार-जीत का फैसला नहीं हो पाया. दो प्रत्यशियों के बीच हार-जीत का फैसला हुआ तो स्टील के डब्बे में बंद दो पर्ची से. डब्बे में रखे दो पर्ची में से बाहर निकाले गए एक पर्ची पर जिस उम्मीदवार का नाम लिखा हुआ था, उसे रिटर्निंग ऑफिसर ने विजेता घोषित करते हुए जीत का प्रमाण-पत्र सौंप दिया. पूरी प्रक्रिया का वीडियो रिकॉर्डिंग भी किया गया और इसे निर्वाचन आयोग को भेजने की बात कही गई. यह मामला मुजफ्फरपुर के वार्ड-21 से जुड़ा हुआ है.

दोनों उम्मीदवारों को मिले 1306 वोट
चुनाव के दौरान लोगों को यह कहते तो अक्सर सुना जाता है कि एक-एक वोट कीमती होता है. लेकिन अक्सर यह सिर्फ बोलचाल में ही रह जाता है. शुक्रवार को मुजफ्फरपुर में हुए मतगणना के दौरान एक वोट की ताकत का अंदाजा 2 उम्मीदवारों को जरूर हुआ. वोटों की संख्या बराबर होने के कारण मामला टाई हो गया. वार्ड-21 के राजकुमार राजू और केपी पप्पू को 1306-1306 वोट प्राप्त हुए. मुकाबला टाई होने पर निर्वाचन पदाधिकारियों ने लॉटरी के माध्यम से फैसला करने का निर्णय लिया.

फिर स्टील का एक डब्बा मंगवाया गया. उसमें पदाधिकारी ने दोनों उम्मीदवारों के नाम लिख कर दो पर्ची डालकर ढक्कन लगा दिया. इसके बाद डिब्बे को खूब हिलाया गया, फिर उस डिब्बे में से एक पर्ची को निकाला गया. इस पर्ची पर उम्मीदवार केके पप्पू का नाम लिखा हुआ था. उन्हें विजयी घोषित कर दिया गया.

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केपी पप्पू ने जीत की लगाई हैट्रिक
विजय उम्मीदवार केपी पप्पू वार्ड- 21 के निवर्तमान पार्षद हैं. इस जीत के साथ ही उन्होंने हैट्रिक भी लगाई. लॉटरी का परिणाम आने के बाद केपी पप्पू ने बताया कि वह बाबा गरीब नाथ के भक्त हैं. पहले तो जनता मालिक ने अपना फैसला सुनाया. फाइनल फैसला बाबा गरीब नाथ का आया.

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