ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी में रसायन विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर प्रेम मोहम मिश्रा को सर तन से जुदा करने की धमकी मिली है. धमकी पोस्ट के माध्यम से पत्र भेज कर दी गयी है. पत्र लिखनेवाले ने खुद का नाम आलम परवेज बताया है. धमकी भरे पत्र में साफ-साफ शब्दों में लिखा गया है कि रसायन विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर प्रेम मोहन मिश्रा का जिहादी सर तन से जुदा करेगा. ये अल्लाह का आदेश है और यह कभी भी, कहीं भी हो सकती है.
धमकी भरे इस खत में प्रेम मोहन मिश्रा के अलावा उनके परिवार के अन्य लोगों के भी सर कलम करने की बात लिखी गयी है. पत्र में इसकी वजह भी बताई गई है. ये सब इसलिए लिखा गया है कि पत्र लिखनेवाले ने विभाग के ही एक कर्मी शशि शेखर झा को विभाग से हटाने की मांग करते हुए मुस्लिम महिला के साथ गाली गलौच के साथ बात करने का आरोप लगाया है.
धमकी भरा पत्र मिलने के बाद प्रोफेसर प्रेम मोहन मिश्रा ने इसकी लिखित शिकायत विश्विद्यालय थाने में की. साथ ही दरभंगा के एसएसपी को भी सोसल मीडिया के जरिये सूचना दी है. लेकिन, इन सब के बाद उन्हें धमकी देने का कोई वाजिब कारण नहीं समझ आ रहा है. हालांकि पत्र के बाद से ही न सिर्फ प्रोफेसर प्रेम मोहन मिश्रा डरे सहमे हैं, बल्कि उनका पूरा परिवार किसी अनहोनी की आशंका में चिंतित है.
इधर, पीड़ित प्रोफेसर प्रेम मोहन मिश्रा ने खुद बताया कि कैसे उन्हें पत्र मिला और पत्र के अंदर क्या लिखा है. उन्होंने किसी अनहोनी की आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि पत्र लिखने और शब्दों को देखने से यह पता चलता है कि मामला गंभीर है. ऐसे में उन्होंने पूरे मामले की शिकायत पुलिस के की है. उन्होंने पुलिस प्रशासन के अपने और अपने परिवार की सुरक्षा की भी मांग की है.
प्रोफेसर प्रेम मोहन मिश्रा ने बताया कि कोई जानकार व्यक्ति ने ही यह पत्र लिखा है. उन्होंने दलील देते हुए कहा कि पत्र में लिखी कुछ बातें सही हैं, लेकिन ये बहुत पुरानी बातें हैं. तब वे वह पदस्थापित भी नहीं थे. ऐसे में उन्हें सर तन से जुदा करने की धमकी देना समझ से परे है. उन्होंने पूरे मामले की जांच गंभीरता से करने की मांग की है.
इस मामले में सदर एसडीपीओ अमित कुमार ने कहा कि पत्र को लेकर जांच शुरू कर दी गयी है. कुछ पुराने विश्वविद्यालय मामले पत्र में लिखा हुआ है, जिसकी जांच की जा रही है. एसडीपीओ ने बताया कि पुलिस सभी बिन्दुओं पर बारीकी से जांच कर रही है, चाहे वह जिहादी ऐंगल ही क्यों न हो. लेकिन अभी किसी अंजाम पर पहुंचना जल्दबाजी होगी. जांच के बाद ही असली बातें सामने आएंगी. उन्होंने अभी प्रोफेसर की सुरक्षा की जिम्मेवारी लेते उन्हें सुरक्षा हेतु गार्ड दिए जाने की बात भी बताई.