दूसरे राज्यों में रहने वाले बिहार के लोग बड़ी संख्या में छह महापर्व पर अपने घर आए थे। राज्य में कोरोना की दूसरी लहर की आशंका के मद्देनजर राज्य स्वास्थ्य मुख्यालय ने बिहार के सभी जिलों को अगले 10 दिनों तक हाई अलर्ट पर रहने का आदेश दिया है। इसके तहत कई तरह के दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं।
जिलों में कोविड केयर सेंटर व अस्पतालों को क्रियाशील बनाए रखने और स्वास्थ्य व्यवस्था चाक-चौबंद बनाए रखने के लिए कहा गया है। साथ ही, स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस-प्रशासन व नगर निगम के साथ मिलकर सार्वजनिक जगहों पर कोरोना जांच के लिए शिविर लगाने की तैयारी की है।
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मुख्य सचिव दीपक कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग कर सभी डीएम को एहतियाती कदम उठाने के निर्देश जारी किए। वहीं, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के प्राचार्य व अधीक्षकों के साथ वर्चुअल बैठक की। दोनों बैठकों में हाई अलर्ट को लेकर निर्देश दिए गए।
कोरोना से बचाव को लेकर इन चार उपायों पर रहेगा जोर
संपर्क में आने वालों होगी तलाश : अभी जो लोग लौट रहे हैं, उनकी कोरोना जांच करायी जाएगी। ताकि उनके पॉजिटिव पाए जाने पर उनके संपर्क में आने वाले लोगों की भी पहचानकर उनकी भी जांच की जा सके। इसके लिए बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन के आसपास जांच शिविरों का आयोजन किया जाएगा। संपर्क सूची के माध्यम से संक्रमित की तलाश उनके गृह क्षेत्र में की जाएगी।
मॉस्क पहनने को लेकर चलेगा अभियान : प्रशासन मॉस्क नहीं पहनने वालों पर सख्ती बरतेगा। जो बिना मॉस्क के पाए जाएंगे, उन्हें नियमानुसार दंडित किया जाएगा। मॉस्क पहनने को लेकर लोगों को जागरूक किया जाएगा ताकि लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचाया जा सके। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कोरोना के संक्रमण को मॉस्क के नियमित इस्तेमाल से नियंत्रित किया जा सकता है।
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जांच की संख्या बढ़ाई जाएगी : कोरोना महामारी को नियंत्रित करने को लेकर जांच की संख्या बढ़ायी जाएगी। अस्पतालों में जांच के लिए आने वाले व्यक्तियों को जांच की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी। बिहार में वर्तमान में 85 हजार से लेकर 1.06 लाख तक जांच पिछले तीन-चार दिनों में औसतन प्रतिदिन की गयी है। जानकारी के मुताबिक इसकी संख्या बढ़ाकर 1.25 लाख से अधिक की जाएगी।
टॉस्क फोर्स का गठन : स्वास्थ्य विभाग, पुलिस, प्रशासन, नगर निगम के साथ मिलकर बनाए गए टॉस्क फोर्स के माध्यम से बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, बाजारों में शिविर लगाकर कोरोना की जांच की जाएगी। टॉस्क फोर्स पूर्व की भांति ही सधन अभियान चलाकर कोरोना संक्रमित की पहचान, जांच व इलाज को लेकर कार्य करेगा।
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