‘पहले लड़के को बुलाइए, वह शादी करने को राजी होगा तब मैं कोर्ट में अपना बयान दूंगी। अगर राजी नहीं हुआ तो सभी को फंसा दूंगी।” पुलिस अधिकारी के साथ कोर्ट पहुंची 13 साल की किशोरी घंटों इसी जिद पर अड़ी रही। वहां पहुंची लड़के की मां ने उसे समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं हुई। उसने अपने साथ आए पुलिस अधिकारी से लड़के के जीजा के मोबाइल पर बात की, लेकिन मामला नहीं सुलझा तो वह बुधवार को कोर्ट में बयान दर्ज कराए बिना ही लौट गई। इसको लेकर कोर्ट परिसर में हाईवोल्टेज ड्रामा चला। गुरुवार को उसे समझा-बुझाकर कोर्ट में लाया गया। इसके बाद बयान दर्ज कराया गया। सीलबंद होने के कारण किशोरी के बयान का पता नहीं चला है।
गायब हो गई थी घर से फूल तोड़ने कली किशोरी
मामला नगर थाना क्षेत्र के एक मुहल्ले की है। 11 सितंबर की सुबह लगभग 4.30 बजे किशोरी घर से फूल तोड़ने निकली थी। वापस नहीं लौटी। उसकी मां ने नगर थाना में उसके अपहरण किए जाने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसमें रवि कुमार व उसके जीजा राजेश चौधरी को आरोपित बनाया था। नगर थाना पुलिस किशोरी को बरामद कर बयान दर्ज कराने के लिए बुधवार प्रभारी मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के कोर्ट में लाई। यहां किशोरी रवि को बुलाने की जिद करने लगी। उसने बताया कि वह रवि और उसके बीच प्रेम है। वह उससे शादी करना चाहती है, लेकिन वह कहीं छिपा हुआ है।
मामले में जोड़ा गया पाक्सो एक्ट की धारा
मामले की जांच अधिकारी नगर थाना के दारोगा रंजन कुमार ने अपहुता के किशोरी होने के कारण इस मामले की जांच पाक्सो एक्ट की धारा जोड़ने के लिए प्रभारी मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के कोर्ट में आवेदन दिया। इसकी सुनवाई के बाद कोर्ट ने पाक्सो एक्ट की धारा को जोड़ने व इसके तहत जांच करने का आदेश दिया। गुरुवार को किशोरी को विशेष पाक्सो कोर्ट में पेश किया गया।