पटना। बिजली बिल की दरें बिहार में पहले से ही काफी महंगी हैं और कंपनी इसे और बढ़ाने की तैयारी में है। वक्त के साथ बिजली बिल की दर बढ़ते जाना तय है। इसके साथ ही बिजली की डिमांड भी बढ़ रही है। अगर आप बिजली बिल के झंझट से बचना चाहते हैं, तो बिहार सरकार की इस योजना का लाभ जरूर लेना चाहिए।
जल्दी ही शुरू होने वाली है आवेदन की प्रक्रिया
सरकारी भवनों के बाद अब निजी घरों की छत पर सौर ऊर्जा सिस्टम लगाने को ले बिजली कंपनी फिर से लोगों का आवेदन लेगी। नए आवेदन लिए जाने की प्रक्रिया पुन: आरंभ होगी। बिजली कंपनी ने इस बारे में जो याेजना तैयार की है उसके तहत दक्षिण व उत्तर बिहार बिजली कंपनी अपने-अपने क्षेत्र में 10-10 मेगावाट का लक्ष्य लेकर चल रही है।
घर की छत पर सोलर सिस्टम लगाना आसान
बिजली कंपनी के आला अधिकारियों का इस संबंध में कहना है कि घर की छतों पर लगने वाले सौर ऊर्जा सिस्टम के लिए विनियामक आयोग से अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं है। नेट मीटरिंग के माध्यम से यह पूरा सिस्टम संचालित होगा। अपनी छत पर सौर ऊर्जा सिस्टम लगाने वाले उपभोक्ताओं के घर एक मीटर लग जाएगा। उस मीटर में यह दर्ज होता रहेगा कि उनके सिस्टम के माध्यम से कितनी बिजली बनी।
उपभोग से अधिक उत्पादन तो मिलेगा पैसा
वह बिजली सीधे ग्रिड को जाएगी। जितनी बिजली तैयार होगी, वह प्रति यूनिट के हिसाब से संबंधित उपभोक्ता के मूल बिजली बिल से घटा दी जाएगी। अगर उपभोग से अधिक यूनिट सौर ऊर्जा सिस्टम से तैयार होती है तो उतनी राशि उपभोक्ता के खाते में आ जाएगी। ऊर्जा सिस्टम लगाने वाली कंपनी एक तय अवधि तक पूरे सिस्टम का रख रखाव भी करेगी।
20 मेगावाट बिजली का हो रहा है उत्पादन
वर्तमान में जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत सरकारी भवनों के ऊपर लगे सिस्टम से 20 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन हो रहा है। लगभग ढाई हजार सरकारी भवनों में सौर ऊर्जा सिस्टम को लगाया जा चुका है। इस अभियान को आगे बढ़ाए जाने के लिए नए सिरे से हुए सर्वे के बाद पुन: 8300 सरकारी भवनों पर सौर ऊर्जा सिस्टम को लगाया जाएगा। इसके तहत 30 मेगावाट अतिरिक्त बिजली का उत्पादन संभव हो सकेगा।