भाजपा के नेटका अब लोजपा का दमन थाम रहे हैं।चिराग का नीतीश से विद्रोह और भाजपा से यारना के ऐसे ही नतीजे मिलने की कयास लगाये जा रहे थे। बता दें कि बीजेपी के सीनियर नेता राजेंद्र सिंह एलजेपी में शामिल हो गए हैं।दिनारा से टिकट नहीं मिलने से नाराज राजेंद्र सिंह ने एलजेपी में शामिल हो गए हैं। उनकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने सदस्यता दिलाई है।सदस्यता के साथ-साथ चिराग ने दिनारा से चुनाव लड़ने के लिए पार्टी का सिंबल तक दे दिया है।
राजेंद्र सिंह लगातार एलजीपी नेताओं के संपर्क में थे और वह एलजीपी उम्मीदवार के तौर पर नामांकन करने का मन बना चुके थे। राजेंद्र सिंह बीजेपी के कद्दावर नेता रहे हैं और संगठन में ऊंचे ओहदे पर बैठ चुके है। उन्होंने कहा था कि किसी भी हाल में वह दिनारा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। एनडीए गठबंधन में यह सीट जेडीयू के खाते में चली गई है और यहां से जेडीयू ने मंत्री जय कुमार सिंह को उम्मीदवार बनाया हैं।
2015 में जेडीयू उम्मीदवार को दी थी टक्कर
2015 का चुनाव भी राजेंद्र कुमार ने दिनारा सीट से लड़ा था। उस वक्त वह सीएम फेस भी थे। चुनाव में वह 2700 वोटों से हार गए थे लेकिन उन्होंने जेडीयू उम्मीदवार जय कुमार सिंह को जोरदार टक्कर दी थी। लेकिन इसबार जेडीयू एनडीए का हिस्सा है। ऐसे में उनका एलजेपी में जाना बीजेपी के लिए बहुत बड़ा झटका है।राजेंद्र सिंह सासाराम के गौरा गांव के रहने वाले हैं। वह अखिल भारतीय परिषद से जुड़े रहे और रामजन्म भूमि आंदोलन का भी हिस्सा रहे।2013 में उन्हें झारखंड का प्रदेश संगठन महामंत्री बनाया गया था। बिहार में वह अबतक बीजेपी के प्रदेश महामंत्री थे।
इस मामले लो लेकर चिराग पासवान और नितीश कुमार के बीच तना-तानी का माहौल बना हुआ है। दोनों नेता एक दूसरे को देखने से भी कतराते दिख रहे है।इसलिए ये कयाश लगया जा रहा की आने वाले समय में JDU ,LJP के खिलाफ मोर्चा करती नज़र आ सकती है।
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