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बिहार लोक सेवा द्वारा आयोजित शिक्षक नियुक्ति परीक्षा 15 मार्च को दो पालियों में आयोजित किया गया था। 15 मार्च को आयोजित शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में क्वेश्चन पेपर लीक का मामला सामने आया था। मामला सामने आने के बाद ईओयू ने जांच कमिटी का गठन किया था। ईओयू ने जांच में कहा कि बीपीएसी विभाग के कर्मचारी इस पेपर लीक के मामले में शामिल है। वहीं पेपर लीक में गिरोह ने करीब 500 परिक्षार्थियों से संर्पक साध था। वहीं जांच में यह भी बात सामने आयी कि जिस प्रिटिंग प्रेस में बिहार सिपाहीं भर्ती का प्रश्न पत्र प्रिंट करवाया गया उसी प्रिंटिग प्रेस में शिक्षक नियुक्ति परीक्षा का प्रश्न पत्र भी छपवाया गया था। वहीं इस लीक से जुड़े छात्रों को एडमिट कार्ड पर क्वेश्चन का जवाब छपवा कर दिया गया था।
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वहीं बीपीएसएसी ने आर्थिक अपराध इकाई से पत्र के माध्यम से मानक साक्ष्य की मांग की गयी थी। जिससे परीक्षा सम्बधी कोई भी निर्णय बीपीएसएसी ले सके । वहीं बीपीएसएसी को परीक्षा में पेपर लीक से जुड़े सारे साक्ष्य आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा पेश कर दिए गए हैं। वहीं सारे सबूत सहीं पाए जाने के बाद बीपीएसएसी ने शिक्षक नियुक्ति परीक्षा को रद्द कर दिया है। शिक्षक नियुक्ति की दोनों परीक्षा को रद्द किया गया है।