बिहार के राजनीति में ट्वीस्ट थमने का नाम नहीं ले रहा है। पहले महागठबंधन से मुकेश साहनी का बाहर जाना और अब एनडीए में हुयी टूट ने बिहार चुनाव को और अधिक दिलचस्प बना दिया है।
बता दें कि नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था, नेता मानने से अस्वीकार कर था और अब आज बुधवार को हुयी भाजपा के प्रेस कांफ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने साफ़ कर दिया है कि गठबंधन में वही रहेगा जिसे बिहार में नीतीश कुमार का नेतृत्व स्वीकार होगा।
अब यह स्थिति साफ़ हो गई है कि लोजपा एनडीए के साथ चुनाव नहीं लड़ेगी और बीजेपी ने भी चिराग को नहीं अपनाया है। वहीं अब प्रकरण पर चिराग पासवान अपना क्या पक्ष रखते हैं इसका इंतज़ार है लेकिन उन्होंने पहले ही साफ कर रखा है कि वह भाजपा के उम्मीदवार के खिलाफ अपना प्रत्याशी नहीं उतारेंगे और चुनाव के बाद भी यदि भाजपा को जरुरत पड़ती है समर्थन की तो वह भाजपा को ही अपना समर्थन देंगे।
बता दें कि नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था, नेता मानने से अस्वीकार कर था और अब आज बुधवार को हुयी भाजपा के प्रेस कांफ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने साफ़ कर दिया है कि गठबंधन में वही रहेगा जिसे बिहार में नीतीश कुमार का नेतृत्व स्वीकार होगा।
अब यह स्थिति साफ़ हो गई है कि लोजपा एनडीए के साथ चुनाव नहीं लड़ेगी और बीजेपी ने भी चिराग को नहीं अपनाया है। वहीं अब प्रकरण पर चिराग पासवान अपना क्या पक्ष रखते हैं इसका इंतज़ार है लेकिन उन्होंने पहले ही साफ कर रखा है कि वह भाजपा के उम्मीदवार के खिलाफ अपना प्रत्याशी नहीं उतारेंगे और चुनाव के बाद भी यदि भाजपा को जरुरत पड़ती है समर्थन की तो वह भाजपा को ही अपना समर्थन देंगे।
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