243 विधानसभा सीट वाले इस चुनाव में 119 -119 पर जदयू और भाजपा चुनाव लड़ेंगे
5 सीटों को हम के लिए छोड़ा गया, लोजपा को बाहर रखा गया है
बिहार में अक्टूबर-नवंबर में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव हैं। महागठबंधन ने शुक्रवार को सहयोगी पार्टियों के बीच सीट बंटवारे को लेकर अंतिम मुहर लगाई तो एनडीए में भी आनन-फानन में सीटों का बंटवारा तय हो गया। सूत्रों की मानें तो जदयू और भाजपा आधी-आधी सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। विधानसभा की 243 सीट में जदयू और भाजपा 119 -119 सीट पर अपने प्रत्याशी उतारेंगे। बाकी बची 5 सीटों को जीतनराम मांझी की हम के लिए छोड़ा गया है। शनिवार देर रात तक चली बैठक में भाजपा और जदयू ने इसी फॉर्मूले पर अपनी सहमति बनाई। लोजपा को इससे बाहर रखा गया है।
एनडीए के इस सीट बंटवारे में लगातार भाजपा अड़ी रही, जिसका फायदा यह हुआ कि भाजपा को भी उतनी ही सीटों पर चुनाव लड़ना है, जितनी सीटों पर जदयू लड़ेगी। बात यह आ रही थी कि जदयू भाजपा से करीब 15 से 20 सीट ज्यादा पर चुनाव लड़ना चाहती थी, लेकिन भाजपा नेता सीटों का बंटवारा बराबर-बराबर करने पर अड़े रहे।
भाजपा के दो बिहार प्रभारी महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और राज्यसभा सांसद भूपेंद्र यादव नई दिल्ली में रविवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में पार्टी अध्यक्ष को इस बारे में अवगत कराएंगे। सभी संभावना के बीच एनडीए के भागीदार सभी चुनाव लड़ेंगे।
इसके अलावा लोजपा ने अपनी पसंद की सीटों के साथ-साथ जदयू और भाजपा के गढ़ माने जाने वाली कुछ सीटों की भी मांग की है। इस संबंध में भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि लोजपा जिद्दी है, हम नई दिल्ली में उनकी बैठक के परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे हैं। वहीं जदयू के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पार्टी का गठबंधन केवल भाजपा के साथ है यह भाजपा को तय करना है कि वह LJP को कितनी सीटें देना चाहती है। यह उनका आंतरिक मामला है। जहां तक जदयू का संबंध है हम मांझी की HAM को समायोजित कर रहे हैं।
लोकसभा चुनाव में यह था एनडीए में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला
बता दे की बिहार की कुल 40 लोकसभा सीटों में से भाजपा और जदयू 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ी थीं। छह सीटें लोजपा को मिली थीं।
बिहार में तीन चरण में चुनाव
बिहार में तीन चरण में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। पहले चरण की वोटिंग 28 अक्टूबर, दूसरे चरण में 3 नवंबर और तीसरे चरण में 7 नवंबर को वोटिंग होगी। नतीजे 10 नवंबर को आएंगे। चुनाव की पूरी प्रकिया 12 नवंबर तक पूरी कर ली जाएगी। दिवाली और छठ के बीच सरकार का गठन हो जाएगा।