बिहार विधानसभा चुनाव का घोषणा होते ही सभी दलों के अन्दर सीटों को लेकर बैचेनी देखने को मिल रही है। एनडीए और महागठबंधन में सीट बंटवारे का ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन नेता दावेदारी पेश करने में लगे हैं। बिहार विधानसभा चुनाव में एनसीपी ने महागठबंधन का समर्थन किये जाने का एलान किया गया है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केके शर्मा ने इस बात का एलान करते हुए कहा है कि एनडीए को सत्ता से बाहर करने के लिए वह महागठबंधन का साथ देने को तैयार है। शर्मा ने कहा कि महागठबंधन के शीर्ष नेतृत्व से हमारी पार्टी के शीर्ष नेता बातचीत कर रहे है।
10 से 15 सीटों की मांग
केके सिंह ने कहा कि अगर महागठबंधन में 10 से 15 सीटें मिलती है तो वे लोग महागठबंधन में शामिल होने पर विचार करेंगे। नहीं तो एनसीपी पहले से ही 145 सीटों पर चुनाव की तैयारी कर चुकी है।हालांकि अंतिम निर्णय राष्ट्रीय अध्यक्ष ही करेंगे। इस मौके पर के के शर्मा ने वर्तमान सरकार के 15 साल के कार्यकाल पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार के काम-काज सिर्फ ढाक के तीन पात की ही तरह है।
बता दें कि चुनाव आयोग की घोषणा से पहले ही महागठबंधन से जीतन राम मांझी अलग हो चुके हैं. उपेन्द्र कुशवाहा भी लगभग उसी राह पर हैं।