लोकसभा चुनाव का शुरुआत 19 अप्रैल को पहले चरण में हो चुका है। चुनाव को लेकर सियासी गलियारें में बयानों को लेकर सियासत तेज है। मैदान में पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर आरोप लगाने से भी चूक नहीं रहे हैं। वहीं कभी प्रधानमंत्री लालू और राजद पर निशान साधते नजर आते हैं। कभी तेजस्वी यादव बीजेपी और मोदी पर हमला बोलते हैं। एक बार तेजस्वी यादव ने मोदी के बयानों पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी नफरत की राजनीति को छोड़ कर मुद्दे की बाते जनता के सामने करें। उन्होंने कहा कि मैं यह खास अपील आपके सामने हाथ जोड़कर करता हूं।
वहीं तेजस्वी यादव ने कहा कि पीएम मोदी देश के नौजवान, देश के बुजुर्ग, व्यवसायिक वर्ग, देश के किसान, माताएं, बहने सभी वर्ग के लोग जो हैं उनकी बात करें। हमारे समाज में नफरत और जहर ना घोले। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा देश के बहु संख्या का आबादी जो है बेरोजगारी से मंहगाई से गरीबी से खराब अर्थ व्यवस्था से और अग्नि वीर जैसे योजनाओं से त्रस्त हो चुका है। यह सब मुद्दा के बारे में प्रधानमंत्री मोदी को बात करना चाहिए। मोदी को बताना चाहिए की उन्होंने 10 साल में क्या किया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने से सवाल पूछते हुए तेजस्वी ने कहा है कि उन्होंने अपने घोषणा पत्र में बिहार के लिए क्या रखा है। एक बार उस घोषणा पत्र में बिहार का जिक्र क्यों नहीं किया है। आपने जो वादा किया था बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का वह पूरा क्यों नहीं हुआ। चुनाव परिणाम जैसे-जैसे दिखेगा यह लोग मुस्लिम की बात करते रहेंगे। प्रधानमंत्री के स्तर पर ये बाद नरेंद्र मोदी को शोभा नहीं देती है। यह बात बहुत गलत है।