राजधानी पटना की सड़कों पर नियोजित शिक्षकों ने मसाल जुलूस निकाल कर केके पाठक के फरमान को चुनौती दिया है। केके पाठक के नया फरमान में लगातार हो रहे बदलाव को लेकर किया है। नियोजित
शिक्षकों को राजकर्मी का दर्जा चाहिए तो पहले तीन परीक्षा देनी होगी और तीनों परीक्षाओं को पास करनी होगी अगर वह पास नहीं करेंगें तो शिक्षक के पद पर भी नहीं रहेगें। इस कारण शिक्षकों में आक्रोश है जिस कारण उन्होनें मसाल जुलूस निकाल कर सरकार को चेतावनी दिया है। शिक्षकों ने कहा है कि अगर यह आदेश वापस नहीं लिया गया तो वह 13 फरवरी को विधानसभा का घेराव करेगें और बजट सत्र में हंगामा करेगें।