Friday, July 26
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क्या से क्या हो गया देखते देखते…अब पुष्पम प्रिया लड़ेंगी निर्दलीय चुनाव

बिहार विधानसभा का चुनाव सच मे इसबार खास होने वाला है। क्योंकि उमीदवार और उम्मीदवारी में रोज कुछ नया करामात देखने को मिल रहा है। ऐसे में राजधानी पटना का सबसे हॉट सीट बना बांकीपुर विधानसभा का सीट शनिवार को अपना रंग दिखा दिया।

दरअसल बिहार को बदलने निकली शिक्षित, समाजसेवी, युवा नेत्री, लंदन रिटर्न्स ‘द प्लूरल्स पार्टी’ की संस्थापक और पार्टी अध्यक्ष पुष्पम प्रिया चौधरी के लिए नामांकन मज़ाक बन गया। पुष्पम ने खुद को मुख्यमंत्री की दावेदार बताते हुए अपने प्लुरल्स पार्टी के तरफ से बांकीपुर सीट से उम्मीदवारी के लिए नामांकन किया था। प्लुरल्स पार्टी ये वहीं पार्टी है जिसके युवा दीवाने हो उठे हैं। लेकिन इस पार्टी का रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन नहीं उपलब्ध होने के आधार पर जिला निर्वाचन कार्यालय ने उन्हें पार्टी से नहीं बल्कि निर्दलीय घोषित कर दिया।

बांकीपुर विधानसभा की उमीदवारों की लिस्ट

आपको बता दें कि पुष्पम प्रिया ने अपने एफिडेविट में अपनी पार्टी का नाम ‘द प्लूरल्स पार्टी’ भरा है। लेकिन ये रजिस्ट्रीकृत अमान्यता प्राप्त राजनैतिक दल है, जिसमें उन्होंने अपने लिए तीन चुनाव चिन्ह शतरंज बोर्ड, लूडो या कैरम बोर्ड मांगा है। वहीं जिला प्रशासन ने उम्मीदवारों के नाम के जो सूची जारी की है, उसमें पुष्पम प्रिया को निर्दलीय उम्मीदवार दिखा गया है। जिसको लेकर पटना के डीएम कुमार रवि का कहना है कि नामांकन के समय पार्टी का रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन नही दिख रहा है। मामला तकनीकी है, स्क्रूटनी में ऐसे मामलों को लेकर जांच की व्यवस्था है, जो की जा रही है। ऐसे में अब सवाल ये उठने लगा है कि अगर पटना में जब पार्टी अध्यक्ष की दावेदारी को निर्वाचन अधिकारी ने निरस्त कर दिया तो फिर बिहार के अन्य जिलों में विधायक बनने का सपना सजाए युवा उम्मीदवार जो राजनीतिक के राज को बदलने की मद्दा रखते हैं उनका क्या होगा। या फिर निर्दलीय उम्मीदवार बन पुष्पम प्रिय चौधरी झाखण्ड में इतिहास रचने वाले मधुकोड़ा के इतिहास को पलट कर रख देंगी।

पुष्पम प्रिया का शपथ पत्र

आपको बता दें कि बांकीपुर विधानसभा सीट जहां से पुष्पम ने नामांकन किया है। यह सीट वैसे भी सबसे बड़ा हॉट सीट बना हुआ है। क्योंकि अपने आपको मुख्यमंत्री का भावी उम्मीदवार बताने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी इस सीट से ताल ठोकेंगी। कांग्रेस ने इस सीट से शॉटगन शत्रुघ्न सिन्हा के बड़े बेटे लव सिन्हा को अपना उम्मीदवार बनाया है। इसी सीट से भाजपा नेत्री और राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य रह चुकी सुषमा साहू भी चुनाव लड़ने का मन बना चुकी थीं। इन सभी की टक्कर भाजपा के तीन बार के विधायक रहे नितिन नवीन से है।

वही समीकरण को देखें तो बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र में 3 लाख 80 हजार वोटर हैं। जिसमें करीब 1 लाख 77 हजार वोट महिलाओं का है और बाकी 2,03,000 वोट पुरुषों का है। 2015 में बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र में 40.2% वोट किया गया था। भाजपा के नितिन नवीन ने कांग्रेस के आशीष कुमार को 39,767 वोट से हराया था। बांकीपुर कायस्थ बहुल इलाका है। कायस्थ एग्रेसिव वोटर माने जाते हैं। ऐसे में ब्राह्मण समुदाय की पुष्पम प्रिया चौधरी, वैश्य समुदाय से आने वाली सुषमा साहू और कायस्थ समाज से आने वाले लव सिन्हा और नितिन नवीन कितने वोटरों को अपने पक्ष में कर पाते हैं, यह 10 नवंबर को होने वाली काउंटिंग में पता चलेगा। लेकिन जेहन में सवाल पुष्पम को लेकर है। ये बिहार है जहां निर्दलीय प्रत्याशी पर जनता ना भरोसा करती है ना ही उम्मीद, तो बस एक बात ही याद आ रहा है जो काफी फेमस है… अब तेरा क्या होगा कालिया…

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