नक्सलियों के थिंक टैक माने जाने वाले और एक करोड के इनामी नक्सली प्रशांत बोस और उसकी पत्नी शीला मरांडी की सरायकेला से गिरफ्तारी के बाद नक्सली संगठनों में खलबली मच गई है। प्रशांत बोस की गिरफ्तारी के विरोध में नक्सलियों ने 20 नवंबर को भारत बंद का आह्वान किया है। इससे पहले भाकपा माओवादी ने 15 से 19 नवंबर तक इस गिरफ्तारी के विरोध में प्रतिरोध दिवस मनाने का फैसला किया है।
इससे पहले सोमवार को सरायकेला- खरसावां जिला के गिद्दीबेड़ा टोल प्लाजा से गिरफ्त में आए एक करोड़ के इनामी नक्सली कमांडर प्रशांत बोस उर्फ बूढ़ा एवं उनकी पत्नी शीला मरांडी, वीरेंद्र हांसदा, राजू टुडू, कृष्णा बाहन्दा और गुरुचरण बोदरा से पूछताछ को लेकर सोमवार को सरायकेला अनुमंडल दंडाधिकारी ने 7 दिनों की पुलिस रिमांड दे दी है।
प्रशांत बोस में इस समय अलग अलग राज्यों में सौ से अधिक केस दर्ज हैं। जिसमें झारखंड के अलावा बिहार, उडीसा सहित कई और ऐसे राज्य हैं जो नक्सल प्रभावित हैं। प्रशांत बोस पर रांची के बुंडु में 1, खूंटी के अडकी में 3, मुरहू में 1, गुमला के चैनपुर में 3, चाईबासा के सोनुआ में 8, जराईकेल में 6, छोटानागपुर में 1, गोइलकेरा में 7, टोटो में 2, टोकलो में 2, टेबो में 2, गुवा में 1, मनोहरपुर में 2, सरायकेला के कुचाई में 3, जमशेदपुर के चाकुलिया में 3,, हजारीबाग के इचाक में 1, विष्णुगढ में 1, बोकारो के महुआटांड में 2 और चक्रधरपुर रेल थाने में 1 केस दर्ज हैं।
वहीं प्रशांत बोस की पत्नी शीला मरांडी पर बगोदर, पीरडांड, बेंगाबाद, मधुवन, डुमरी, चन्द्रपुरा, तोपचांची, बोकारो टाउन, गिरीडीह नगर, सोनुवा, मनोहरपुर, गोइलकेरा और टेबो में 18 केस दर्ज है।