झारखंड की देवघर पुलिस ने रोहिणी निवासी गगन मिश्रा के पुत्र छोटन (भुवन मिश्रा) की हत्या का 24 घंटे के अंदर खुलासा कर दिया. पुलिस के अनुसार, घटना के मुख्य आरोपी अविनाश झा को रोहिणी के पांडेय टोला स्थित ननिहाल से गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस इसे जघन्य हत्या मान रही है. जिन तीन बोरों में भुवन के शव काटकर रखे गये थे, उसे खोलने के बाद पुलिस भी हैरान रह गयी. भुवन के शरीर के छह टुकड़े किये गये थे. तीनों बोरे में सिर, धड़ और दोनों हाथ व पैर अलग-अलग थे. मामले में भुवन के एक नाबालिग दोस्त को पुलिस ने मंगलवार देर रात ही हिरासत में ले लिया था. अविनाश की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किये गये हथियार को बरामद कर लिया है. पोस्टमार्टम करनेवाले डॉक्टर भी शव देख दहल गये.
एसडीपीओ पवन कुमार ने बताया कि पूरा मामला पैसों का है. अविनाश व भुवन के नाबालिग दोस्त की योजना पैसे वसूलने की थी. इसलिए दोनों भुवन को अपने साथ ले गये. दोनों की योजना भुवन के परिजनों से पैसे वसूलने की थी. मगर परिस्थितियां कुछ ऐसी बनी कि दोनों ने भुवन की हत्या धारदार हथियार से कर दी. घटना को अंजाम देने के बाद अविनाश ने नाबालिग साथी के साथ मिल कर भुवन के मोबाइल से ही उसके परिजनों को शाम करीब 6.40 बजे कॉल किया और पांच लाख की फिरौती मांगी. इसके बाद शव को छुपाने के लिए उसके छह टुकड़े कर तीन बोरियों में भर दिये. दोनों की योजना शव को तालाब में फेंकने की थी. पर फिरौती का कॉल आने के बाद परिजनों की ओर से इसकी सूचना पुलिस को दे दी गयी. पुलिस की सक्रियता के कारण अविनाश और नाबालिग ने तीन बोरियों में बंद शव को झाड़ियों में ही छिपा दिया. इसके बाद तीनों अपने-अपने घर चले गये.
एसडीपीओ ने बताया कि मोबाइल लोकेशन के आधार पर देवघर-जसीडीह मुख्य मार्ग स्थित चांदपुर व अन्य जगहों पर वाहनों की तलाशी शुरू की गयी. तलाशी के दौरान घरवालों की सूचना पर मोहल्ले में ही रहने वाले भुवन के नाबालिग दोस्त को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया. कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने घटना की जानकारी दे दी और उसकी निशानदेही पर मंगलवार देर रात भुवन का शव बरामद कर लिया गया. बाद में पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया.