सरकार के आदेश के बाद कोरोना संक्रमण के कारण लगभग 7 महीने से बंद सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को खोल दिया गया है। आज से 9वीं से 12वीं तक के बच्चों के लिए स्कूल-कॉलेज समेत शिक्षण संस्थानों को खोल दिया गया है. स्कूल खुलने से छात्रों के चेहरे पर खुशी देखी जा रही है। स्कूल प्रशासन भी सरकार के सभी आदेशों के पालन का दावा कर रहा है।
हालांकि, कोरोना महामारी को देखते हुए ज्यादातर निजी स्कूलों ने बंद ही रखने का फैसला लिया है। निजी स्कूलों ने यह निर्णय अभिभावकों की ओर से दिए गए फीडबैक के बाद लिया है। मिशनरी स्कूलों ने भी अभी स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया है। सरकारी स्कूलों में भी जहां विधानसभा चुनाव की गतिविधि होगी तो छात्र नहीं बुलाए जाएंगे।संक्रमण से बचने के लिए स्कूल प्रबंधन की तरफ से सभी तैयारियां कर ली गई है। जो भी बच्चे स्कूल आ रहे हैं उनके हाथों को सैनिटाइज करवाया जा रहा है. साथ ही मास्क लगाना अनिवार्य है, इसकी भी देखरेख की जा रही है।
जिले के दस स्कूल में विस चुनाव को लेकर प्रशिक्षण कार्य चलेगा। इस कारण इन स्कूलों में छात्रों को नहीं बुलाया जायेगा.
50 फीसदी शिक्षकों के साथ खुले स्कूल
शिक्षा विभाग के मुताबिक, पूरी गाइडलाइन का सख्ती से पालन करते हुए 50 फीसदी शिक्षकों के साथ ही स्कूल खुलेंगे।शिक्षा विभाग के प्रवक्ता अमित कुमार ने बताया था कि बच्चे गार्जियन की परमिशन के साथ स्कूल जा पाएंगे और हफ्ते में एक बच्चा सिर्फ दो ही दिन स्कूल अटेंड करेगा। अभिभावकों के लिखित के बाद ही बच्चे स्कूल जा सकेंगे, बच्चों के स्कूल जाने पर कोई जबरदस्ती नहीं होगा।