पटना: अप्रत्याशित तरीके से बिहार के DGP पद से अचानक इस्तीफा देने वाले गुप्तेश्वर पांडेय (Gupteshwar Pandey) ने अब राजनीति में उतरने का फैसला कर लिया. रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने उन्हें जनता दल यूनाइटेड (JDU) की सदस्यता दिलाई.
आपको बता दें कि गुप्तेश्वर पांडे ने चुनावी पारी खेलने के लिए ही पिछले दिनो डीजीपी पद से इस्तीफा देते हुए स्वैच्छिक सेवानिवृति (वीआरएस) ली थी. माना जा रहा है कि गुप्तेश्वर पांडे अपने गृह जिले बक्सर से चुनाव लड़ सकते हैं. बहुत दिनों से राजनीतिक गलियारों में ये अटकलबाजी चल रही थी कि गुप्तेश्वर पांडेय किसी सियासी दल का दामन थाम सकते हैं.
विधानसभा चुनाव की घोषणा से ठीक कुछ दिन पहले पुलिस महानिदेशक (DGP) जैसे प्रतिष्ठित पद से इस्तीफा देना कोई सामान्य घटना नहीं हो सकती. विपक्ष तो अब ये भी सवाल खड़े कर रहा है कि सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत की जांच करने के लिए जो तत्परता बिहार पुलिस ने दिखाई वो सब राजनीति से प्रेरित था.
जदयू से लड़ सकते हैं विधानसभा चुनाव
पूर्व DGP गुप्तेश्वर पांडे ने इशारा किया था कि उनके समर्थक चाहते हैं कि वो चुनाव लड़ें. उन्होंने नीतीश सरकार की शराबबंदी से लेकर बिजली, सड़क और विकास के तमाम काम की खुलकर प्रशंसा की. पांडे के अलावा एक और पूर्व डीजी ने जेडीयू के साथ अपना सियासी सफऱ शुरू किया है. आपको बता दें कि पिछले महीने पांडे तब सुर्खियों में थे, जब उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत मौत के केस में रिया चक्रवर्ती पर औकात से जुड़ी टिप्पणी की थी. गुप्तेशवर पहले पूर्व DGP(महानिदेशक) नहीं है जो रिटायरमेंट के बाद सियासी पारी खेलने जा रहे हैं.