मानसून अब भारत से लौट रहा है। बिहार- उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाके से भी मानसून आम तौर पर सितंबर तक लौट जाता है। लेकिन, इस बार बिहार में मानसून का प्रभाव अक्टूबर के पहले हफ्ते में भी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से इस हफ्ते के लिए जारी पूर्वानुमान ऐसा ही कहता है।
इन सभी जिलों में हैं बारिश के आसार
भारतीय मौसम पूर्वानुमान विभाग के पटना केंद्र ने बताया है कि एक और दो अक्टूबर को बक्सर, भोजपुर, पटना, नालंदा, बेगूसराय, लखीसराय, शेखपुरा, नवादा, जहानाबाद, गया, अरवल, औरंगाबाद, रोहतास और कैमूर जिले में तेज हवाएं चलने, बिजली चमकने, वज्रपात और हल्की बारिश के आसार हैं।
तीन अक्टूबर से बिगड़ सकता है मौसम
तीन अक्टूबर से मौसम और बिगड़ सकता है। ऊपर बताए गए जिलों के साथ ही बेगूसराय, मुंगेर, बांका, जमुई, सहरसा, खगड़िया, भागलपुर, कटिहार, मधेपुरा, सुपौल, अररिया, पूर्णिया, कटिहार और किशनगंज में भी तेज हवाएं चलने, वज्रपात और हल्की बारिश की संभावना रहेगी।
चार अक्टूबर को साफ रहेगा मौसम
चार अक्टूबर को बिहार में मौसम सामान्य रहने की उम्मीद है। लेकिन, अगले ही दिन यानी पांच अक्टूबर को सुपौल, अररिया, पूर्णिया और किशनगंज में भारी बारिश के आसार हैं। आपको बता दें कि दशहरा मेला भी इसी दौरान लगना है। अलग-अलग शहरों में सप्तमी यानी दो अक्टूबर को मां दुर्गा की प्रतिमा के पट खुलने के साथ ही मेला शुरू हो जाएगा। पांच अक्टूबर को विजयादशमी है।
एक अक्टूबर से पांच तक के लिए पूर्वानुमान
इधर, ग्रामीण कृषि मौसम सेवा पूसा तथा भारत मौसम विज्ञान विभाग के सहयोग से एक अक्टूबर से पांच अक्टूबर तक के लिए जारी किए गए पूर्वानुमान के अनुसार मौसम में बदलाव के चलते गोपालगंज जिले समेत उत्तर बिहार के अन्य जिलों में आसमान में हल्के से मध्यम बादल छाए रह सकते हैं और तीन से चार अक्टूबर तक हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है।
हथिया नक्षत्र में बारिश फसल के लिए अच्छी
विदित हो कि इस समय हथिया नक्षत्र चल रहा है। हथिया नक्षत्र के उत्तरार्ध में होने वाले वर्षा को धान की फसल के साथ ही आने वाले रबी की फसलों के लिए भी अच्छा माना जाता है। ऐसे में अगर तीन और चार अक्टूबर को वर्षा होती है तो दुर्गा पूजा के त्योहार में भले ही थोड़ा व्यवधान और परेशानी आए, लेकिन किसानों फायदा होगा।
किसानों को सावधानी बरतने का सुझाव
मौसम में संभावित बदलाव को देखते हुए कृषि विज्ञानी द्वारा किसानों को कृषि संबंधी कार्यों में सावधानी बरतने का सुझाव दिया गया है। इस दौरान किसानों को रबी फसलों की बोआई पूर्व खेतों और खेतों से सटी मेड़ एवं आसपास के रास्तों में उगे अवांछित जंगलों की साफ-सफाई प्राथमिकता से करने की सलाह दी गई है।