Friday, April 19
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बिहार रेजिमेंट के दो बैच हुए पास आउट, भारतीय सेना को मिले नए सैनिक; दानापुर बीआरसी की और तस्‍वीरें देखें

बिहार रेजिमेंट के 180 और 181 बैच का दीक्षांत समारोह शनिवार को आयोजित किया गया। अखौड़ा हॉल में आयोजित दीक्षांत समारोह में 293 रंगरूट ने राष्ट्रीय ध्वज व रेजीमेंट निशान के समक्ष शपथ ली। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्वी उतरप्रदेश सब एरिया के जीओसी मेजर जनरल जय सिंह बैसला ने सलामी ली। उन्होंने कहा कि अपने शौर्यपूर्ण कार्यों से रेजिमेंट के नाम, नमक व निशान की प्रतिष्ठा को सदैव उंचा रखना हैं। 34 सप्ताह की बेसिक और एडवांस मिलिट्री ट्रेनिंग, पूर्ण निष्ठा, लगन, ईमानदारी और कड़ी मेहनत के साथ पूरा करने के बाद आज आप बिहार रेजिमेंट में शामिल हुए हैं।

अभी आपने शपथ लेकर अपने जीवन के एक बहुत महत्वपूर्ण समय में कदम लिया है। आपको भारतीय सेना की बेहतरीन यूनिटों में सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ है, जिसका इतिहास बहुत ही गौरवपूर्ण और उल्लेखनीय है। बिहार रेजिमेंट ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हाका युद्ध, 1971 अखौरा युद्ध, 1999 में कारगिल युद्ध और हाल ही में गलवान घाटी के युद्ध में अपनी बहादुरी का अनूठा प्रदर्शन किया। इस रेजिमेंट के वीर सेनानी हमारे आदर्श और पथ प्रदर्शक हैं।

इस महान एवं गौरवशाली इतिहास का हिस्सा बनकर इसे और आगे बढ़ाने के लिए आपको पूरी निष्ठा और ईमानदारी से कर्तव्य का निर्वहन करना है। आपको अपने शौर्य पूर्ण कार्यों से रेजिमेंट के नाम, नमक व निशान की प्रतिष्ठा को सदैव ऊंचा रखना है। हमारा आदर्श कर्म ही धर्म है, इस बात को हमेशा ध्यान में रखें। आपकी कार्यशैली और उपलब्धि दूसरे लोगों के लिए प्रेरणा स्वरूप होनी चाहिए।

इससे पहले दंडपाल मेजर कुणाल कुमार शर्मा ने धर्मग्रंथ के साथ उपस्थित धर्मगुरु सूबेदार आर बी उपाध्याय, नायब सूबेदार एल जे विप‍िन एवं सिपाही अब्दुल नसीर के समक्ष शपथ दिलाई। समारोह में मुख्य अतिथि ने 34 सप्ताह के कठिन प्रशिक्षण के दौरान सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले दोनों बैच के आठ रंगरूटों को सम्मानित किया। इसमें पीटी में आदित्य प्रधान व अमर सिंह, फायरिंग में आदर्श जा व सूरज कुमार, ड्रील में राकेश कुमार व विशाल कुमार अग्रवाल और बेस्ट रंगरूटों में कुमार अंकित व धर्मवीर चौधरी को मुख्य अतिथि मेजर जनरल बैंसला ने मेडल देकर सम्मानित किया। इस मौके पर बीआरसी के समादेष्टा ब्रिगेडियर आलोक खुराना, उपसमादेष्टा कर्नल उपजीत सिंह रंधावा, प्रशिक्षण कमान अधिकारी कर्नल शिखर चतुर्वेदी समेत सैन्य अधिकारी जवान व उनके परिवार के लोग उपस्थित थे।

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