मगध प्रक्षेत्र के आईजी अमित लोढ़ा और गया के SSP आदित्य कुमार को एक साथ हटाए जाने के मामले में अब एक नया मोड़ सामने आ गया है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर बिहार स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने इन आला अधिकारियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है|आपको बता दें कि पुलिस मुख्यालय के आधिकारिक सूत्रों की मानें तो भ्रष्ट्राचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति रखने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश के बाद SVU ने इन आलाधिकारियों के विरुद्ध जांच शुरू की है.
सूत्रों के मुताबिक इन आला अधिकारियों पर पूर्ण शराबबंदी लागू करने में सुस्त रवैया के अलावा कई और अनिमितता के आरोप है|इसके लिये SVU की दो टीम का गठन किया गया है|सूत्र ये भी बताते हैं कि गया में अनुसंधान के क्रम में इन दोनों टीमों को गया कि तत्कालीन IG और तत्कालीन SSP आदित्य कुमार के खिलाफ कई साक्ष्य मिले हैं, जिसकी अब गहराई से जांच दल पड़ताल कर रही है|आधिकारिक गलियारें से मिली जानकारी के मुताबिक अभिषेक कुमार पर लगे आरोप के मुताबिक गया में जिलाधिकारी रहते हुए अभिषेक कुमार ने भारी अनिमितता की है, जिसके बाद टीम FIR कर सकती है और फिर आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए बस मुख्यमंत्री की तरफ से हरी झंडी मिलने का SVU को इंतजार है .
आनन-फानन में हटाए गए थे आईजी-एसएसपी
मिली जानकारी अनुसार जैसे ही यह मामला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संज्ञान में आया था वैसे ही मुख्यमंत्री ने इस पर एक्शन लेने का आदेश गृह विभाग को दे दिया था|CM के आदेश मिलते ही गृह विभाग ने गया के तत्कालीन आईजी अमित लोढ़ा और तत्कलीन एसएसपी आदित्य कुमार को मुख्यालय में अटैच कर लिया जबकि पूर्व DM अभिषेक कुमार बुडको के MD के पद से हटाते हुए बिहार राज्य योजना पर्षद में बतौर परामर्शी बना दिया गया.
ADG SVU से लेकर DGP तक ने साध रखी है चुप्पी
वहीं इस पूरे मामले को लेकर जब विशेष निगरानी इकाई के अपर पुलिस महानिदेशक नैय्यर हसनैन खां और डीजीपी संजीव कुमार सिंघल से जानकारी हासिल करने की कोशिश की गई तब इन दोनों ही शीर्ष अधिकारियों ने इस मामलें पर आधिकारिक रूप से फिलहाल कुछ भी बोलने से मना कर दिया.