हजारीबाग के आर्मी अधिकारी (अब सेवानिवृत्त) से 33 लाख रुपये की ठगी के मामले में दर्ज प्राथमिकी के छह साल के बाद एक आरोपित गिरफ्तार किया गया है। अपराध अनुसंधान विभाग के अधीन संचालित साइबर अपराध थाने की पुलिस ने उसे पकड़ा है। गिरफ्तार आरोपित आलोक कुमार है, जो मूल रूप से बिहार के बैशाली जिले के महुआ थाना क्षेत्र के अख्तियारपुर का रहने वाला है। उसके पास से पुलिस ने घटना के प्रयुक्त मोबाइल, दो सिमकार्ड, एक आधारकार्ड व एक पैन कार्ड बरामद किया है। गिरफ्तार आरोपित से पूछताछ जारी है।
अपराध अनुसंधान विभाग के रांची स्थित साइबर अपराध थाने में 19 अक्टूबर 2016 को उक्त आर्मी अधिकारी ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि एक अनजान मोबाइल नंबर से उनके मोबाइल पर काल आया था। काल करने वाले ने पहले परिचय बनाया और उसके बाद रुपये दोगुना करने का प्रलोभन दिया। बातचीत में ही उसे पता चल गया कि आर्मी अधिकारी सेवानिवृत्त होने वाले हैं और उनके खाते में मोटी रकम आने वाली है।
इसके बाद उसने पांच साल में राशि दोगुनी करने का झांसा दिया, जिसमें आर्मी अधिकारी फंस गए। तब साइबर अपराधी ने विभिन्न खातों में आर्मी अधिकारी से 33 लाख रुपये मंगा लिए। इसी बीच आर्मी अधिकारी को पता चला गया कि वे ठगी के शिकार हो गए हैं। इसके बाद उन्होंने रांची स्थित साइबर अपराध थाने में पहुंचकर अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई थी। चूंकि राशि दो लाख रुपये अधिक थी, इसलिए नियमत: हजारीबाग के सामान्य थाने में मामला दर्ज नहीं कराकर रांची स्थित साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई।
बैंक खाते का पता लगा साइबर अपराधी तक पहुंची पुलिस
जिन खातों में आर्मी अधिकारी ने रुपयों को स्थानांतरित किया था, सबसे पहले पुलिस ने उन बैंक खातों का पता लगाया। इसके बाद खाताधारी तक पहुंची। उसमें एक खाता गिरफ्तार आलोक के नाम से था। आलोक ने पुलिस को पूछताछ में कुछ अन्य लोगों से भी ठगी किए जाने की बात को स्वीकारा है। उससे आगे की पूछताछ जारी है।
रहें सावधान, ऐसे काल व लालच में जा सकती है आपकी गाढ़ी कमाई
साइबर अपराध थाने की पुलिस ने आम लोगों से यह अपील की है और सुझाव दिया है कि ऐसे किसी भी अनजाने काल, एसएमएस आदि से बचें। रुपये दोगुना करने, लाटरी निकलने की लालच भरे मैसेज पर ध्यान न दें। यह फांसने का सबसे बड़ा हथियार है, जिसके लालच में आदमी फंस जाता है। अपने बैंक खाते से संबंधित कोई भी जानकारी किसी से शेयर न करें।