Friday, March 29
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हिजाब पर अलग-अलग धारणा

ईरान समेत कई देशों में हिजाब को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। हिजाब पर विरोध महसा अमिनी की मौत के बाद सुर्खियों में आया। बता दें कि महसा अमिनी सहित कई युवतियों को 13 सितंबर के दिन हिजाब न पहनने की वजह से पुलिस ने गिरफ्तार किया था, इसके कुछ पल बाद अमिनी की तबियत बिगड़ने लगी, वो कोमा में चली गई थी। 16 सितंबर को पुलिस की हिरासत में उनकी मौत हो गई थी। अमिनी को मौत के बाद अमेरिका के वाशिंगटन, कनाडा के टोरंटो, फ्रांस के पेरिस में भी महिलाओं ने हिजाब के खिलाफ रैली निकाली। भारत में भी हिजाब को लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं। जनवरी 2022 में हिजाब पहनकर कालेज जाने वाली कई छात्राओं को प्रवेश नहीं दिया गया था। इस पर लोगों का कहना है कि एक पोशाक निश्चित की जाए सभी विद्यार्थी वहीं पहनकर कालेज आएं। कुछ दिन पहले मुंबई में मुस्लिम पति ने हिंदू पत्नी की हत्या कर दी क्योंकि उसने बुर्का पहनने से मना कर दिया था।

लेकिन अब हिजाब बवाल पर दो मुल्क आपस में बंटते नजर आ राज हैं। ईरान में हिजाब को लेकर महिलाओं का कहना है कि उन पर इसे थोपा न जाए, वे अपने मर्जी से इसे पहनें या ना पहनें दूसरी तरफ भारत में हिजाब पहनने के लिए महिलाएं विरोध कर रही हैं। क्या हिजाब को लेकर दोनों देशों में अलग-अलग प्रथा हैं या सरकार के नियमों के मुताबिक पहनना पड़ता है। हिजाब का अर्थ है आड़, ओट या पर्दा। हिजाब को पर्दा प्रथा कहा जा सकता है, जो आज से नहीं मेसोपोटामिया की सभ्यता से चली आ रही है। तब भी महिलाओं को सिर ढककर रखना होना था। आज की पीढ़ी इसे अलग अलग नजरिए से देख रही है। इस पर कोई कानून नहीं होना चाहिए, इसका पहनना या ना पहनना महिलाओं की मर्जी होनी चाहिए। वर्तमान समय में तो महिलाओं को पुरूषों के हिसाब से पोशाक का चयन करना पड़ता है नहीं तो उन्हें प्रताड़ित किया जाता है।8 जनवरी 1936 को रजा शाह ने कश्फ-ए-हिजाब लागू किया था। इसमें यह नियम था कि किसी भी महिला को पुलिस अगर हिजाब पहने देखती थी तो उतरवा देत थी। 1979 में ईरान सरकार ने हिजाब को मेंडेटरी में शामिल किया था। इसके बाद से हिजाब पहनने की परंपरा है लेकिन ईरान के तत्कालीन राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने 15 अगस्त को एक आर्डर पर दस्तखत करने के बाद हिजाब को पोशाक कोड के तौर पर अनिवार्य कर दिया। इसके बाद से ईरानी महिलाओं को सार्वजनिक तौर पर चेहरा दिखाने और पुरुषों के साथ घुलने-मिलने में पाबंदी है

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